रामायण- जय श्री राम

टीवी शो रामायण एक बार फिर से छोटे पर्दे पर वापसी कर चुका है. लॉकडाउन के माहौल में दर्शकों के मनोरंजन के लिए इसे दूरदर्शन पर प्रसारित किया जा रहा है. जब रामायण के टीवी पर कमबैक की खबरें आई थीं तो अरुण गोविल ने कहा था कि इस बार मैं ये शो अपने पोते के साथ देखूंगा. बता दें कि अरुण गोविल ने रामायण में राम का किरदार निभाया था और उनका काम काफी पसंद किया गया था.
सुबह 9 और रात को 9 बजे दूरदर्शन पर इस शो का प्रसारण शुरू कर दिया गया है और अब एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है जिसमें अरुण गोविल अपने पूरे परिवार के साथ रामायण देखते नजर आ रहे हैं. एक बड़े से सोफे पर उनका पूरा परिवार बैठा हुआ है और इसमें उनका पोता भी बैठा दिखाई दे रहा है. फोटो को खूब लाइक और शेयर किया जा रहा है और लोगों ने इस पर अपना रिएक्शन दिया है.
कोरोना लॉकडाउन के चलते दूरदर्शन नेशनल चैनल पर रामायण प्रसारित की जा रही है। फैन्स काफी एक्साइटेड नजर आ रहे हैं। घर में मजे से समय बिता रहे हैं। ऐसे में रामायण के 'राम' भी इसमें पीछे नहीं हैं। वह भी परिवार संग घर में रहकर इसका लुत्फ उठा रहे हैं। अरुण गोविल की परिवार संग फोटो सोशल मीडिया पर सामने आई है। काउच पर बैठा पूरा परिवार रामायण देख रहा है। 
सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय ने पिछले शनिवार यह फैसला लिया था कि रामायण को दोबारा दर्शकों के लिए प्रसारित किया जाएगा। 21 दिन के लॉकडाउन में सभी इसका आनंद उठा सकते हैं। 
भगवान श्रीराम पर भारत में 5 प्रमुख रामायण ज्यादा प्रचलित है, जिसकी चर्चा अक्सर की जाती है। जानिए इन पांच के नाम।
1.वाल्मीकि कृत रामायण : रामायण को वा‍ल्मीकि ने श्रीराम के काल में ही लिखा था इसीलिए इस ग्रंथ को सबसे प्रामाणिक ग्रंथ माना जाता है। यह मूल संस्कृत में लिखा गया ग्रंथ है। 
2. श्रीरामचरित मानस : श्रीरामचरित मानस को गोस्वामी तुलसीदासजी ने लिखा जिनका जन्म संवत्‌ 1554 को हुआ था। गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीरामचरित मानस की रचना अवधी भाषा में की।
3. कम्बन रामायण : तमिल भाषा में लिखि कम्बन रामायण दक्षिण भारत में ज्यादा प्रचलित है। इसे 'इरामावतारम्' भी कहते हैं। इसे कवि कम्बन ने लिखा था।
4.अद्भुत रामायण : यह रामायण संस्कृत में लिखि गई है। जिसमें 27 सर्गों का उल्लेख है। कहा जाता है कि इस ग्रंथ की रचना भी वाल्मीकि ने की थी। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इसकी रचना किसने की थी। 
5. आनंद रामायण : इस रामायण के 9 कांड है। पहले में 13, दूसरे में 9, तीसरे में 9, चौथे में 9, पांचवें में 9, छठे में 9, सातवें में 24, आठवें में 18, नौवें में 9 सर्ग है।
इसके अलावा असम में असमी रामायण, उड़िया में विलंका रामायण, कन्नड़ में पंप रामायण, कश्मीर में कश्मीरी रामायण, बंगाली में रामायण पांचाली, मराठी में भावार्थ रामायण भी प्रचलित है। दुनियाभर में 300 से ज्यादा रामायण प्रचलित हैं।